NEET Pass Scheme: NEET 2025 का परिणाम जारी हो चुका है और इस बार करीब 12 लाख छात्रों ने यह मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास की है। अब सवाल यह उठता है कि पढ़ाई कैसे जारी रखी जाए, क्योंकि MBBS या अन्य मेडिकल कोर्स की पढ़ाई महंगी है और हर किसी के पास फीस चुकाने की क्षमता नहीं होती। लेकिन अब घबराने की कोई जरूरत नहीं है। केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चलाती हैं जिनके माध्यम से NEET परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र वित्तीय सहायता, छात्रवृत्ति और ब्याज मुक्त शिक्षा लोन प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन योजनाओं के बारे में विस्तार से।
- प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा प्रोत्साहन योजना
हर साल 20,000 रुपये की छात्रवृत्ति केंद्र सरकार की इस योजना के तहत नीट पास करने के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखने वाले छात्रों को हर साल 20,000 रुपये की छात्रवृत्ति मिलती है। यह लाभ 82,000 मेधावी छात्रों को दिया जाता है। इस योजना के लिए पात्र विद्यार्थियों का चयन योग्यता के आधार पर किया जाता है।
- शुल्क वापसी योजना – सरकार 5 लाख रुपये तक की फीस का भुगतान करेगी। 50,000 प्रति वर्ष।
सरकार मान्यता प्राप्त चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के बैंक खातों में प्रतिवर्ष 50,000 रुपये तक की फीस राशि सीधे हस्तांतरित करती है। इस योजना का लाभ केवल कमजोर आर्थिक क्षेत्र से आने वाले और मेडिकल कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों को ही मिलता है।
- विद्यालक्ष्मी योजना कार्यक्रम
- विद्यालक्ष्मी एजुकेशन लोन योजना के तहत NEET पास छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए ₹10 लाख तक का लोन मिलता है। इस योजना में:
- ₹7.5 लाख तक के लोन पर सरकार देती है 75% गारंटी।
- जिनकी सालाना पारिवारिक आय ₹4.5 लाख से कम है, उन्हें लोन पर ब्याज नहीं देना होता।
- लोन चुकाने के लिए मिलते हैं 15 साल तक का समय।
- बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना
जो छात्र बिहार के निवासी हैं और नीट पास करके मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, उन्हें बिहार सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ₹4 लाख तक का क्रेडिट लिमिट मिलता है। इस रकम से छात्र अपनी फीस, किताबें और अन्य शैक्षणिक खर्च उठा सकते हैं।
- उत्तराखंड सरकार सहायता योजना – 5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता
उत्तराखंड सरकार ने NEET उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए एक योजना शुरू की है। इसके तहत जो छात्र Top NIRF रैंकिंग वाले मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेते हैं, उन्हें ₹50,000 की सहायता राशि दी जाती है। यह राशि केवल उन विद्यार्थियों को दी जाती है जिन्होंने बारहवीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए हों।